वानखेड़े स्टेडियम के बाहर बेचीं पानी पूरी, रहाणे ने खदेड़ा था मैदान से बाहर अब IPL 2023 से बना भारत का सुपरस्टार यशस्वी जायसवाल

यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) भारत का वह खिलाड़ी जो बीते महीनो से सुर्ख़ियों में बना हुआ है। आईपीएल 2023 के आगाज़ से ही जायसवाल आये दिन एक नया कारनाम करने लग रहे है। मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ शतक फिर केकेआर के खिलाफ 98* रनो की नाबाद पारी जिसमे सबसे तेज़ अर्धशतक जड़ने का भी रिकॉर्ड बना लिया है।

इस पारी को देख फैंस दर्शको किकेट पंडितों समेत कई पूर्व क्रिकेटरों ने इस युवा बल्लेबाज़ को भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल करने की मुहीम छेड़ दी है। और सोशल मीडिया पर तरह तरह के लेख लिखे जा रहे है। लेकिन यशस्वी जायसवाल के लिए मुंबई पहुंचना क्रिकेट खेलने और अब सबकी नज़र में आना, बेहद ही संघर्ष भरा सफर रहा। तो आइये जानते है सिलसिले वार से भारत के अगले सुपरस्टार यशस्वी जायसवाल की कहानी।

यूपी का लड़का यशस्वी जायसवाल ऐसे पंहुचा मुंबई

उत्तर प्रदेश के भदोही में यशस्वी जायसवाल का 28 दिसंबर 2001 को जन्म हुआ। बचपन से ही जायसवाल को क्रिकेट से बेहद लगाव था और बड़े होकर एक क्रिकेटर बनने का सपना संजोया। ज़िले में किकेट की कोचिंग की सुविधा ना होने के कारण जायसवाल ने बड़े शहर में जाने की ज़िद्द पकड़ी। लेकिन मामूली से दूकानदार पिता बाहर भेजने में सक्षम नहीं थे।

घरवालों के कोई रिश्तेदार मुंबई में रहते थे, लिहाजन बात चीत कर के रहने का जुगाड़ हो गया था और जायसवाल मुंबई रवाना हुए। सपनों की नगरी मुंबई पहुंच कर जायसवाल को बड़ा झटका लगा। दरसअल जायसवाल के रिश्तेदार जिनके भरोसे वह मुंबई गया था वहाँ जाकर पता चला कि उस कमरे में एक और आदमी के रहने की जगह नहीं थी। मजबूरन जायसवाल को ना चाहते हुए भी वहाँ से जाना पड़ा।

जब पेट पालने के लिए बेचनी पड़ी पानी-पूरी

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जिसके बाद मुंबई के कालबादेवी में एक में डेयरी जायसवल को पनाह मिली। लेकिन वहाँ की शर्त थी कि डेयरी में जायसवाल को मजदूरी भी करनी पड़ेगी। अब क्रिकेट की कोचिंग में जायसवाल इतने मशगूल हो जाते की काम करने का समय नहीं मिल पाता और रात को थक कर सो जाते। लिहाजन जायसवाल को डेयरी से भी अपना बोरिया बिस्तर बांधना पड़ा।

दर-दर भटकने के बाद 11 साल के जायसवाल पहुंचे मुंबई के आज़ाद मैदान। यहाँ उनके रहने का इंतज़ाम मुस्लिम यूनाइटेड क्लब में ग्राउंड्स मैन इमरान सर के साथ हो गया। लेकिन ग़रीबी की मार अभी और पड़नी थी, घर से महीने के पैसे जितने मिलते उसमे जायसवाल का गुज़ारा नहीं हो पता था। यहाँ एक बात ग़ौर करने वाली है कि जायसवाल के घर वालो को लग रहा था कि वह अपने रिश्तेदार के यहाँ ही रह रहा है।

उसने अपने घर में अपनी भटकने की बात को ज़ाहिर नहीं किया था। इसके पीछे की बड़ी वजह थी, अगर जायसवाल घर में यह बात बताते तो उनका मुंबई का सफ़र यहीं ख़त्म हो जाता। इसी वजह से जायसवाल ने पेट पालने के लिए पानी-पूरी बेचना शुरु किया। जिससे वह अपना ख़र्च निकालने लगे। और मुंबई में चट्टान की तरह डटे रहे।

ऐसे मिला यशस्वी जायसवाल को पहला मौका

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बात है साल 2013 की जब भारत को वनडे वर्ल्ड कप जीते हुए 2 साल हो गए थे। फाइनल मुकाबला भारत बनाम श्रीलंका मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जा रहा था। इसी स्टेडियम में बाहर जायसवाल पानी पूरी बेचते और अंदर के शोर को बाहर आते सुनते अपने सपनों को जीते। इसी दौरान क्रिकेट कोच ज्वाला सिंह की नज़र पहली बार जायसवाल पर पड़ी। कोच साहब ने इसके बाद जायसवाल को क्रिकेट का खेल सीखाना शुरु किया।

एक साल की ट्रेनिंग के बाद कोच साहब ने जायसवाल को 2014 में पहली बार मौका दिया वो भी जाइल्स शील्ड स्कूल मैच में, जहाँ जायसवाल ने अंजुमन इस्लाम हाईस्कूल के लिए खेला। इस दौरान जायसवाल ने राजा शिवाजी विद्यामंदिर के खिलाफ कमाल का ऑल राउंड प्रदर्शन दिखाया। इस मैच में युवा खिलाड़ी ने 99 रन देकर 13 विकेट झटके और नाबाद 319 रन की पारी खेली। यही से जायसवाल सबकी नज़र में आये। और लगातार मौके मिलने के बाद उनका चयन मुंबई टीम के लिए हो गया।

17 साल की उम्र में जायसवाल का कहर

साल 2019 के विजय हज़ारे ट्रॉफी में जायसवाल ने मुंबई के साथ खेलते हुए इतिहास रच दिया। दरअसल बेंगलुरू में मुंबई बनाम झारखण्ड का मुकाबला खेला जा रहा था। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए मुंबई की टीम ने 50 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 358 रन बनाये। जिसमे 203 रन ख़ुद जायसवाल के थे। इस मैच में जायसवाल ने 17 चौके और 12 छक्के जड़े थे मतलब 140 रन तो खुद बॉउंड्री से ही बनाये।

जायसवाल ने जब यह दोहरा शतक लगाया तब वह 17 साल और 292 दिन के थे, इसी वजह से वह लिस्ट ए क्रिकेट में ऐसा कारनामा करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। इसी पारी के बाद से जायसवाल की गाड़ी चल पड़ी। और युवा खिलाड़ी को मौके मिलने लगे। नतीजा रहा कि उन्हें साल 2020 की इंडियन अंडर-19 टीम में एंट्री मिली।

वैसे तो अंडर-19 वर्ल्ड कप 2020 में जायसवाल पूरी तरह से छाए हुए थे, लेकिन सेमीफ़ाइनल में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ शतक ठोक कर भारत को एक तरफ़ा जीत दिलाने के बाद जायसवाल का नाम पुरे देश में गूंज उठा। पुरे टूर्नामेंट में जायसवाल के प्रदर्शन पर नज़र डालें तो इस युवा खिलाड़ी ने उस साल सबसे ज़्यादा रन बनाये। कुल खेले गए 6 मैचों में 133.33 की शानदार औसत से पुरे 400 रन अपने खाते में जोड़े।

अंडर-19 वर्ल्ड कप 2020 के प्रदर्शन पर आईपीएल में मिली एंट्री

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यशस्वी जायसवाल अंडर-19 वर्ल्ड कप 2020 में टॉप स्क्रोरे रहे थे, जिसका ईनाम उन्हें आईपीएल में मिला। आईपीएल 2020 के ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स की टीम ने जायसवाल को 2.40 करोड़ की बोली लगा कर अपने खेमे में शामिल किया। पहले सीजन हालाकिं जायसवाल को सिर्फ़ 3 मुकाबले में ही मौके मिले, लेकिन आरआर की टीम ने उन्हें अपने साथ रखा और ट्रेनिंग दी।

अपने दूसरे सीजन यानी आईपीएल 2021 में जायसवाल को 10 मुकाबलों में मौके मिले जिसमे उन्होंने 24.90 की औसत से 249 रन बनाए। इसके बाद अगले सीज़न आईपीएल 2022 में फिर जायसवाल को इतने ही मौके मिले। जिसमे उन्होंने इस बार 25.80 की औसत से कुल 258 रन बनाए। और 2 हाफ सेंचुरी भी अपने नाम किया।

अजिंक्य रहाणे ने खदेड़ा था यशस्वी जायसवाल को मैदान से बाहर

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सिर्फ़ आईपीएल ही नहीं घरेलु क्रिकेट में भी जायसवाल शानदार प्रदर्शन कर रहे है। बीते साल 2022 में जायसवाल ने ईरानी कप में कोहराम मचा दिया था। दरअसल जायसवाल ने ईरानी कप के फाइनल मैच दोहरा शतक जड़ा था। जिससे वह फर्स्ट-क्लास क्रिकेट के फाइनल मैच में दोहरा शतक जड़ने वाले सबसे युवा बल्लेबाज़ बन गए। उन्होंने महान क्रिकेटर अजीत वाडेकर का रिकॉर्ड तोड़ा था।

वहीं बीते साल दलीप ट्रॉफी में जायसवाल ने कुछ ऐसा कर दिया था जिस वजह से टीम इंडिया के पूर्व टेस्ट कप्तान अजिंक्य रहाणे ने जायसवाल को मैदान से बाहर खदेड़ दिया था। दरसअल दलीप ट्रॉफी में वेस्ट जोन और साउथ जोन का मुकाबला खेला जा रहा था। जिसमे जायसवाल वेस्ट जोन के लिए खेल रहे थे और उनके कप्तान थे रहाणे।

खेल के पांचवें दिन वेस्ट जोन जीत की दहलीज़ पर कड़ी थी, तभी फील्डिंग कर रहे जायसवाल ने साउथ के खिलाड़ी रवि तेजा से स्लेजिंग करने लगे। जिसे देख कप्तान रहाणे ने जायसवाल को वार्निंग दी लेकिन जायसवाल फिर भी नहीं माने। जिस वजह से अंत में रहाणे ने जायसवाल को मैदान से बाहर कर दिया था। अंत में वेस्ट जोन ने साउथ जोन पर 294 रनों की बड़ी जीत हासिल की। मैच के बाद कप्तान रहाणे ने कहा था कि किसी भी खिलाड़ी को अपने विपक्षी खिलाड़ी का सम्मान करना चाहिए।

आईपीएल 2023 से जायसवाल ने खट-खटाया टीम इंडिया का दरवाज़ा

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यशस्वी जायसवाल ने आईपीएल 2023 में सबसे ज़्यादा प्रभावित किया है। इस सीजन 2023 में अब तक खेले गए 13 मुकाबलों में 47.92 की औसत से 575 रन बना चुके है। जिसमे एक शतक और 4 अर्धशतक शामिल है, बेस्ट स्कोर 124 का रहा है। इस शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम के मौजूदा खिलाड़ी जैसे सूर्यकुमार यादव और विराट समेत BCCI सेकेटरी जय शाह ने भी बधाई दी है।

यही से क्रिकेट पंडितों और जानकारों का मानना है कि जायसवाल को आईपीएल 2023 के बाद वेस्ट इंडीज दौरा या आयरलैंड दौरे भी टीम इंडिया किया जा सकता है। वनडे टीम में तो जायसवाल को मौका मिलना मुश्किल लग रहा है, लेकिन टी20 टीम में मौका मिलता दिख रहा है। इसकी वजह है टी20 टीम से सीनियर खिलाडियों को आराम देना भी और टीम इंडिया की सलामी बल्लेबाज़ी में ईशान किशन का फॉर्म में न होना भी है। ऐसे में जायसवाल को शुभमन गिल के साथ टीम इंडिया के सलामी जोड़ी के रूप में देखा जा रहा है।

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